POLITICAL SCIENCE STUDY MATERIAL
हनà¥à¤¨à¤¾ अरेंट
हनà¥à¤¨à¤¾ अरेंट (१९०६-१९à¥à¥«) की पहचान राजनीती विजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤‚ में à¤à¤• à¤à¤¸à¥‡ चिनà¥à¤¤à¤• के रूप में की जाती है , जिसने अपना सारा जीवन सरà¥à¤µà¤¾à¤§à¤¿à¤•à¤¾à¤°à¤µà¤¾à¤¦à¥€ पà¥à¤°à¤µà¥à¤°à¤¤à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की आलोचना तथा मानवीय सà¥à¤µà¤¤à¤¨à¥à¤¤à¥à¤°à¤¤à¤¾ को à¤à¤• नई उंचाई पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करने में लगा दिया .
आधà¥à¤¨à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ : हनà¥à¤¨à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° , वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ समाज में अति आधà¥à¤¨à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ की पà¥à¤°à¤µà¥à¤°à¤¤à¥à¤¤à¤¿ पाई जाती है , जहाठनिजी और सारà¥à¤µà¤œà¤¨à¤¿à¤• के बीच का विà¤à¥‡à¤¦ समापà¥à¤¤ हो गया है .हर चीज सारà¥à¤µà¤œà¤¨à¤¿à¤• हो गयी है . वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ के जीवन पर सामाजिक पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¬à¤¨à¥à¤§ लग गये हैं और वह अकेलापन महसूस करने लगा है. जबकि आधà¥à¤¨à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ की उतà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ से पहले वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ का निजी जीवन सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ था .
सà¥à¤µà¤¤à¤¨à¥à¤¤à¥à¤°à¤¤à¤¾ : अरेंट कहती हैं की सà¥à¤µà¤¤à¤¨à¥à¤¤à¥à¤°à¤¤à¤¾ कà¥à¤› à¤à¤¸à¤¾ करना है जो बिलà¥à¤•à¥à¤² अन अपेकà¥à¤·à¤¿à¤¤ हो. यह कà¥à¤› à¤à¤¸à¤¾ करना है जो न पहले हà¥à¤† हो , न जिसके होने की कोई अपेकà¥à¤·à¤¾ की गयी हो.सà¥à¤µà¤¤à¤¨à¥à¤¤à¥à¤°à¤¤à¤¾ का उदाहरण देते हà¥à¤ अरेंट ने कहा है की मनà¥à¤·à¥à¤¯ का जनà¥à¤® लेना सà¥à¤µà¤¤à¤¨à¥à¤¤à¥à¤°à¤¤à¤¾ का सबसे बड़ा उदाहरण है.
कà¥à¤°à¤¾à¤‚ति: उनके विचार से कà¥à¤°à¤¾à¤‚ति सारà¥à¤µà¤œà¤¨à¤¿à¤• सà¥à¤¤à¤° पर सà¥à¤µà¤¤à¤¨à¥à¤¤à¥à¤°à¤¤à¤¾ की à¤à¤• तलाश है . निजी सà¥à¤¤à¤° पर जिसे सà¥à¤µà¤¤à¤¨à¥à¤¤à¥à¤°à¤¤à¤¾ कहते हैं वà¥à¤¹à¥€ सारà¥à¤µà¤œà¤¨à¤¿à¤• सà¥à¤¤à¤° पर कà¥à¤°à¤¾à¤‚ति है.
नागरिकता : नागरिकता उस समय उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ होती जब à¤à¤• राजनितिक समाज बनाया जा रहा हो.
सरà¥à¤µà¤¾à¤§à¤¿à¤•à¤¾à¤°à¤µà¤¾à¤¦: जरà¥à¤®à¤¨à¥€ में नाजीवाद के आगमन को अपने यà¥à¤— की सबसे बड़ी समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं में से à¤à¤• माना. सरà¥à¤µà¤¾à¤§à¤¿à¤•à¤¾à¤°à¤µà¤¾à¤¦ को रोकने के समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§ में अरेंट ने दो चीजों पर आसà¥à¤¥à¤¾ रखी है.- à¤à¤• तरà¥à¤•à¤¬à¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ की मजबूती और दूसरी लोकतंतà¥à¤° की सफलता.